हमारे प्यारे नबी सल्लाहो अलैहे व सल्लम की सारी ज़िंदगी समाज व्यवस्था बनाने में गुज़री है। भलाई की दावत देना और बुराई से रोकना, पर अफसोस आज इस्लामी भाई न तालीम ही लेते हैं और न ही किसी समाज व्यवस्था में भाग लेते हैं।
रिश्ता समाज का अहम हिस्सा है, ज़िंदगी में एक बार बनता है, समझ बूझ कर करे। आप ज़्यादह से ज़्यादह जानकारी दे कर अपने साथी का चुनाव करे। ज़्यादह से ज़्यादह रिश्ते अपलोड करे।
upload Photos and details to get proper choice.
send praposal on your choice.
आओ हम सब मिल कर अच्छा समाज बनाऐ, स्वतंत्र भारत के अच्छे नागरिक कहलाऐ ।
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